प्राचीन भारत : अभ्यास प्रश्न-पत्र-1
1. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा एक कथन असत्य है?
( a ) मानव सबसे पहले अफ्रीका में अभिनूतन काल (प्लिस्टोसीन) के आरंभ में प्रकट हुए।
( b ) भारत में मानव के विकास के अद्यतन साक्ष्य शिवालिक पहाड़ियों से मिले हैं।
( c ) भारत में मानव का सर्वप्रथम साक्ष्य नर्मदा घाटी के हथनौरा नामक स्थान से मिला है।
( d ) भारतीय उपमहाद्वीप से आदिमानवों के जीवाश्म प्रचुरता में प्राप्त हुए हैं।
Ans. : ( d ) कथन ( d ) असत्य है, क्योंकि भारतीय उपमहाद्वीप से आदिमानव का कोई जीवाश्म नहीं मिलता है। इसके अतिरिक्त अन्य तीनों कथन सत्य है/हैं। मानव जैसे प्राणि अथवा आदिम होमीनिड्स सबसे पहले अफ्रीका में प्लिस्टोसीन युग के आरंभ में प्रकट हुए। शिवालिक पहाड़ियों के अभिनूतन युगीन निक्षेपों से मानव के विकास के अद्यतन साक्ष्य मिले हैं, जो रामापिथेकस से संबंधित है। इसके अतिरिक्त हथनौरा नर्मदा घाटी में स्थित मध्यपाषाण कालीन स्थल है। यहां से मानव का सर्वप्रथम साक्ष्य मिला है।
2. गैरिक मृद्भाण्ड संस्कृति है एक-
( a ) ताम्रपाषाणिक संस्कृति
( b ) कांस्य युगीन संस्कृति
( c ) लौह संस्कृति
( d ) इनमें से कोई नहीं
Ans. : ( a ) गैरिक मृद्भाण्ड संस्कृति एक महत्वपूर्ण ताम्रपाषाणकालीन संस्कृति है। इसका काल 2000-1500 ई.पू. निर्धारित है।
3. निम्न कथनों पर विचार करें-
1. विश्व के सबसे पुराने वृक्षारोपण के साक्ष्य राजस्थान के सांभर झील से मिले हैं।
2. अनुष्ठान के साथ शवों को दफनाने की प्रथा का प्रारंभ मध्य पाषाण काल में हुआ।
3. मृद्भाण्ड निर्माण का प्रारंभ उच्च पुरापाषाण काल से हुआ।
4. यूनेस्को द्वारा भीमबेटका शैलचित्रों को विश्व विरासत सूची में सम्मिलित किया गया है।
इनमें से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं-
( a ) 1,
2, 3, 4
( b ) 1,
2, 4
( c ) 2,
3, 4
( d ) केवल 4
Ans. : ( b ) कथन 3 असत्य है। क्योंकि मृद्भाण्ड निर्माण का प्रारंभ सर्वप्रथम नवपाषाण काल से हुआ। चौपानीमाण्डो जो एक महत्वपूर्ण नवपाषाण कालीन स्थल है, से मृद्भाण्ड का प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त अन्य तीनों कथन सत्य हैं। मध्य भारत के लेखानिया नामक स्थल से मध्य पाषाणकालीन शवों को अनुष्ठान के साथ दफनाने का साक्ष्य मिला है। राजस्थान की सांभर झील के निक्षेपों से कई मध्य पाषाणिक स्थल मिले हैं। इन्हीं स्थलों से विश्व में सर्वप्रथम वृक्षारोपण के साक्ष्य मिले है।
4. प्रागैतिहासिक संस्कृति के संदर्भ में निम्न में से कौन-सा एक कथन असत्य है?
( a ) मानव द्वारा बनाया जाने वाला प्रथम औजार कुल्हाड़ी था।
( b ) पुरापाषाण काल के मनुष्य संभवतः नीग्रेटो जाति के थे।
( c ) सर्वप्रथम बड़े-बड़े गांवों की स्थापना नवपाषाण काल में हुई।
( d ) चित्रित मृद्भांडों का प्रयोग सर्वप्रथम ताम्रपाषाणिक लोगों ने किया।
Ans. : ( c ) कथन ( c ) असत्य है, क्योंकि नवपाषाण काल में बस्तियों के साक्ष्य तो मिलते हैं; किंतु वे अभी आरंभिक अवस्था में थे। उनका आकार छोटा था। बड़े-बड़े गांवों की स्थापना ताम्रपाषाण काल में ही संभव हुई।
5. ‘प्रागैतिहासिक पुरातत्व का जनक’ किसे कहा जाता है?
( a ) सर मार्टीमर व्हीलर
( b ) ए. कनिंघम
( c ) रॉबर्ट ब्रूस्फूट
( d ) सी.एल. कार्लाइल
Ans. : ( b ) ए. कनिंघम को ‘भारतीय पुरातत्व का जनक’ कहा जाता है। इन्हें सर्वप्रथम 1861 ई. में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षक नियुक्त किया गया।
6. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण एक संलग्न कार्यालय है-
( a ) संस्कृति मंत्रालय का
( b ) पर्यटन मंत्रालय का
( c ) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय का
( d ) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का
Ans. : ( a ) भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक विभाग है। 1871 ई. में पुरातत्व सर्वेक्षण को सरकार के एक विभाग के रूप में गठित किया गया। लॉर्ड कर्जन के समय 1902 में इसे केंद्रीकृत सरजॉन मार्शल को इसका प्रथम महानिदेशक बनाया गया।
7. भारतीय प्रागैतिहासिक को उद्घाटित करने का श्रेय जाता है-
( a ) मार्तीमर व्हीलर
( b ) एल. कार्लाइल
( c ) डॉ. प्राइमरोज
( d ) रॉबर्ट बूसफूट
Ans. : ( c ) भारतीय प्रागैतिहास को उद्घाटित करने का श्रेय डॉ. प्राइमरोज नामक एक अंग्रेज को जाता है। इसने सर्वप्रथम 1842 ई. में कर्नाटक के रायचूर जिले के लिंगसुगुर नामक स्थान से प्रागैतिहासिक औजारों की खोज की।
8. स्भं- I को स्भं- II से मिलाएं-
स्भं- I — स्भं- II
(विज्ञान) — (योगदान)
A. रॉबर्ट ब्रूसफूट — 1. पाषाणकालीन बस्तियों के अन्वेषण की शुरुआत
B. मार्टमिर व्हीलर — 2. समग्र प्रागैतिहासिक संस्कृतियों का अनुक्रम
C. सी.एल. कार्लाइल — 3. विंध्य क्षेत्र में लघु पाषाण उपकरणों की खोज
D. एस.सी. मेस्यूरर — 4. प्रथम नवपाषाणिक स्थल की खोज सही कथन कूट है-
A B C D
( a ) 1 —
2 — 3 — 4
( b ) 4 —
3 — 2 — 1
( c ) 3 —
4 — 1 — 2
( d ) 2 —
1 — 4 — 3
Ans. : ( d ) रॉबर्ट ब्रूसफूट ने 1863 ई0 में पाषाण कालीन बस्तियों के अन्वेषण की शुरुआत की। मार्टिमर व्हीलर के प्रयासों से भारत के समग्र प्रागैतिहासिक सांस्कृतिक अनुक्रमक का ज्ञान हुआ। भारत में मध्य पाषाण काल के संबंध में जानकारी तब हुई, जब सन् 1867 ई. में सी.एल. कार्लाइल ने विंध्य क्षेत्र से लघु पाषाण उपकरण खोज निकाले। एस.सी. मेस्यूरर ने सर्वप्रथम 1860 ई. में प्रथम नवपाषाण स्थल की खोजकी।
9. किस हड़प्पा स्थल से दुर्गीकरण के साक्ष्य नहीं मिले हैं?
( a ) लोथल
( b ) कालीबंगा
( c ) चांहूदड़ो
( d ) सुरकोटडा
Ans. : ( c ) चांहूदड़ो एकमात्र ऐसा हड़प्पाई नगर है, जो दुर्गीकृत नहीं था। कालीबंगा ऐसा स्थल है, जहां दोनों नगर क्षेत्र रक्षा प्राचीर से घिरे थे। जबकि लोथल एवं सुरकोटड़ा के नगर दो भागों में विभक्त नहीं थे। बल्कि संपूर्ण क्षेत्र एक ही प्राचीर से घिरा हुआ था।
10. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. सैंधव समाज संभवतः मातृसत्तात्मक था।
2. समाज मुख्यतः पुरोहित, व्यापारी, योद्धा, शिल्पी आदि वर्ग़ों में विभक्त था।
3. सैंधव सभ्यता में दास-प्रथा का प्रचलन नहीं था।
4. लोथल एवं कालीबंगा से प्राप्त युगल शवधानों से सती प्रथा के प्रचलन का अनुमान लगाया गया है।
निम्न में से कौन-सा/से कथन सत्य हैं?
( a ) सभी
( b ) 1 एवं 4
( c ) केवल 1
( d ) केवल 4
Ans. : ( b ) कथन 1 सत्य है। मातृदेवी की पूजा और मुहरों पर अंकित चित्र से यहां परिलक्षित होता है कि सैंधव समाज संभवतः मातृप्रधान था। कथन 4 भी सत्य है, क्योंकि लोथल से तीन युगल शवधान तथा कालीबंगा से एक युगल शवाधान प्राप्त हुआ है। इसके आधार पर विद्वानों ने अनुमान लगाया है कि संभवतः यहां सती प्रथा का प्रचलन था। इसके अतिरिक्त कथन 2 एवं 3 गलत है क्योंकि सिंध्सु सभ्यता से योद्धा-वर्ग के साक्ष्य नहीं मिले। जबकि यहां दास प्रथा का प्रचलन था।
11. किस स्थल से एक उन्नत जल-प्रंधन व्यवस्था का साक्ष्य प्राप्त हुआ है?
( a ) राखी गढ़ी
( b ) बनावली
( c ) धौलावीरा
( d ) कालीबंगा
Ans. : ( c ) जल संग्रह के लिए बांधों के निर्माण का साक्ष्य धौलावीरा से प्राप्त हुआ है।
12. सिंधु लिपि लिखी जाती थी-
( a ) दाएं से बाएं
( b ) बाएं से दाएं
( c ) बाएं से दाएं और फिर दाएं से बाएं
( d ) दाएं से बाएं और फिर बाएं से दाएं
Ans. : ( d ) सैंधव लिपि क्रमशः दाइऔ ओर से बाइऔ ओर तथा बाइऔ ओर से दाइऔ ओर लिखी जाती है। इस पद्धति को ‘बेस्ट्रोफेदोन’ कहा जाता है। सिंधु लिपि भाव चित्रात्मक है। इसमें लगभग 64 मूलचिन्ह तथा 250 से 400 तक अक्षर है/हैं।
13. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. मुहरें हड़प्पा सभ्यता की सर्वोतम कलाकृतियांहैं।
2. हड़प्पाई मुहरें सिर्फ चौकोर होती थीं।
3. अधिकांश मुहरें सेलखड़ी की बनी होती थीं
4. मुहरों पर सर्वाधिक चित्र एक सींग वाले सांड (वृषभ) का है।
निम्न में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
( a ) केवल I
( b ) केवल II
( c ) केवल II और III
( d ) कोई भी नहीं
Ans. : ( b ) कथन 2 असत्य है, क्योंकि हड़प्पा स्थलों की खुदाई से चौकोर मुहरों के साथ-साथ बेलनाकार, वृत्ताकार, आयताकार मुहरें भी मिली हैं। इसके अतिरिक्त अन्य तीनों कथन सत्य हैं।
14. सैंधव कालीन धर्म पर विचार कीजिए-
कथन ( A ) सैंधव सभ्यता में कहीं से किसी मंदिर का अवशेष नहीं मिला है।
कारण ( R ) सैंधव निवासियों की धर्म में अभिरुचिनहींथी।
सही कथन कूट हैं-
( a ) A तथा R दोनों सही हैं तथा R सही व्याख्या है A की
( b ) A तथा R दोनों सही हैं तथा R सही व्याख्या नहींहै
( c ) A सही है किंतु R गलत है।
( d ) A गलत है किंतु R सही है
Ans. : ( c ) कथन ( a ) सही है, क्योंकि अभी तक किसी भी हड़प्पा स्थल की खुदाई से मंदिर के साक्ष्य नहीं मिले हैं। किंतु अन्य साक्ष्यों से यह स्पष्ट है कि सिंधु सभ्यता के लोगों की धर्म में अभिरुचि थी। जैसे-मातृदेवी की मृणमूर्तियों, मुहरों पर बने चित्र आदि। इसके साथ-साथ कालीबंगा से एक अग्निकुण्ड भी प्राप्त हुआ है।
15. हड़प्पा संस्कृति के निम्नलिखित स्थलों में से सिंध में अवस्थित है/हैं-
1. मोहनजोदड़ो — 2. सुत्कागेंडोर
3. हड़प्पा — 4. चांहूदड़ो
सही कथन कूट है-
( a ) 1 और 2
( b ) 2,
3 और 4
( c ) 1 और 4
( d ) ये सभी
Ans. : ( c ) निम्न स्थलों में से मोहनजोदड़ो तथा चांहूदड़ो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रंत में सिंधु नदी के तट पर अवस्थित हैं। जबकि हड़प्पा पाकिस्तान के पंजाब प्रंत के जिला में रावी नदी के तट पर स्थित है। सुत्कागेडोर पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रंत में मकरान तट पर अवस्थित है। लरकाना जिले में मोटगोमरी जिलेमें
16. सुमेलित कीजिए-
सूची- I — सूची- II
(वैदिक नदियां) — (आधुनिक नाम)
A. कुंभा — 1. रावी
B. परुष्णी — 2. सतलुज
C. सदानीरा — 3. काबुल
D. सुतुद्री — 4. गंडक
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 1 —
2 — 4 — 3
( b ) 4 —
1 — 2 — 3
( c ) 3 —
1 — 4 — 2
( d ) 2 —
3 — 1 — 4
Ans. : ( c )
वैदिक नदियां — आधुनिक नाम
कुंभा — काबुल
परक्तष्णी — रावी
सदानीरा — गंडक
सुतुद्री — सतलुज
17. निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
1. गोपथ सामवेद का एक ब्राह्मण है।
2. शिल्प वेद अथर्ववेद का एक उपवेद है।
सही कथन कूट है-
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) 1 और 2
( d ) न तो 1 और न ही 2
Ans. : ( b ) कथन 1 असत्य है। गोपथ अथर्वेद का एक ब्राह्मण है, जबकि कथन 2 सत्य है।
18. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. ऋग्वेद की सबसे प्राचीन संस्था विदथ थी।
2. समिति कबीलों की आम सभा थी।
3. त्रियां केवल सभा में ही भाग ले सकती थीं।
4. सभा के सदस्यों को ‘सुजान’ कहा जाता था।
उपर्युक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
( a ) ये सभी
( b ) 1,
2 एवं 4
( c ) 1,
2 एवं 3
( d ) कोई भी कथन सत्य नहीं है
Ans. : ( a ) सभी कथन सत्य हैं। ऋग्वेद की सबसे प्राचीन संस्था विदथ थी। इसमें लूटी गई वस्तुओं का बंटवारा होता था। ‘समिति’ कबीलों की आम सभा होती थी जिसका प्रमुख ‘ईशान’ कहलाता था। सभा मुख्य रूप से वृद्धजनों एवं कुलीन व्यक्तियों की संस्था थी। इसके सदस्य ‘सुजान’ कहलाते थे तथा त्रियां सिर्फ सभा में ही भाग ले सकती थीं।
19. दशराज्ञ युद्ध का उल्लेख किसमें मिलता है?
( a ) ऋग्वेद के छठवें मंडल में।
( b ) ऋग्वेद के सातवें मंडल में।
( c ) ऋग्वेद के आठवें मंडल में।
( d ) ऋग्वेद के नवें मंडल में।
Ans. : ( b ) दशराज्ञ युद्ध का वर्णन ऋग्वेद के 7वें मण्डल में मिलता है। यह युद्ध परक्तष्णी (रावी) नदी के तट पर भरत वंश के राजा सुदास तथा अन्य जनों के बीच हुआ था। इस युद्ध में सुदास की विजय हुई थी। सुदास के मुख्य पुरोहित वशिष्ठ थे, जबकि दस राजाओं के संघ के पुरोहित विश्वामित्र थे।
20. निम्नलिखित कथनों में सत्य कथन पर विचार करें-
( a ) अथर्ववेद में विदेह माधव की कथा का वर्णन मिलता है।
( b ) शतपथ ब्राह्मण में सभा एवं समिति को प्रजापति की दो पुत्रियां कहा गया है।
( c ) राजा की उत्पत्ति का सिद्धांत सर्वप्रथम ऐतरेय ब्राह्मण में मिलता है।
( d ) सर्वप्रथम कठोपनिषद् में चारों आश्रमों का वर्णन मिलता है।
Ans. : ( c ) कथन ( c ) सत्य है। अन्य तीनों कथन असत्य हैं। विदेह माधव की कथा का वर्णन शतपथ ब्राह्मण में मिलता है। अथर्ववेद में ‘सभा’ एवं ‘समिति’ को प्रजापति की दो पुत्रियों कहा गया है, जबकि जाबालोपनिषद में सर्वप्रथम चारों आश्रम का उल्लेख मिलता है।
21. 16 महाजनपदों का उल्लेख किसमें मिलता है?
1. अंगुत्तर निकाय — 2. अर्थशात्र
3. महावस्तु — 4. भगवती सूत्र
सही कथन कूट है-
( a ) केवल 1
( b ) केवल 4
( c ) 1,
3 एवं 4
( d ) ये सभी
Ans. : ( c ) अर्थशात्र में सोलह महाजनपद का उल्लेख नहीं मिलता। इसके अतिरिक्त अन्य तीनों ग्रंथों अंगुत्तर निकाय, महावस्तु एवं भगवती सूत्र में इनका उल्लेख है।
22. निम्नलिखित में से किसका संबंध ब्राह्मण धर्म से नहीं है?
( a ) कल्प सूत्र
( b ) गृह सूत्र
( c ) शुल्व सूत्र
( d ) भगवती सूत्र
Ans. : ( d ) कल्प सूत्र, गृह सूत्र एवं शुल्व सूत्र तीनों का संबंध ब्राह्मण धर्म से है। ये तीनों सूत्र साहित्य के अंतर्गत आते हैं। कल्प सूत्र में विधि एवं नियमों का प्रतिपादन किया गया है। गृह सूत्र में मनुष्य के लौकिक एवं पारलौकिक कर्तव्यों का वर्णन है। शुल्व सूत्र में ज्यामिति का प्रारंभिक रूप दिखाता है जबकि भगवती सूत्र एक प्रमुख जैन ग्रंथ है। इनमें 16 महाजनपदों का उल्लेख मिलता है।
23. बुद्ध के निर्वाण प्राप्ति के समय मगध का शासक था-
( a ) बिंबिसार
( b ) अजातशत्रु
( c ) शिशुनाग
( d ) कालाशोक
Ans. : ( b ) अजातशत्रु (492-460 ई.पू.) के शासनकाल के आठवें वर्ष में बुद्ध को निर्वाण प्राप्त हुआ। बुद्ध के अवशेषों पर उसने राजगृह की सप्तपर्णी गुफा में प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन कराया, जिसमें बुद्ध की शिक्षाओं को ‘सुत्तपिटक’ तथा ‘विनयपिटक’ के रूप में लिपिबद्ध किया गया।
24. सुमेलित कीजिए-
सूची- I — सूची- II
(सूत्र साहित्य) —(विषय)
A कल्प सूत्र — 1. मनुष्य के लौकिक एवं पारलौकिक कर्तव्य
B श्रौत सूत्र — 2. सामाजिक-धर्मिक कानून तथा आचार- संहिता
C धर्म सूत्र — 3. विधि एक नियमों का प्रतिपादन
D गृह सूत्र — 4. यज्ञ संबंधी विधि-विधानों की व्याख्या।
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 1 —
2 — 3 — 4
( b ) 4 —
3 — 2 — 1
( c ) 3 —
4 — 2 — 1
( d ) 2 —
4 — 1 — 3
Ans. : ( c ) कल्प सूत्र विधि एवं नियमों का प्रतिपादन, श्रौत सूत्र में यज्ञीय विधि-विधानों की व्याख्या, धर्म सूत्र सामाजिक-धार्मिक कानून तथा आचार-संहिता, गृह सूत्र मनुष्य के लौकिक एवं पारलौकिक कर्तव्य।
25. भारत पर बाह्य आक्रमण से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. भारत पर प्रथम सफल विदेशी आक्रमण हखमनी वंश के शासक साइरस ने किया थ।
2. वितस्ता (झेलम) के युद्ध को ‘हाइडेस्पीज का युद्ध’ भी कहा जाता है।
3. पोरस का राज्य झेलम और व्यास नदी के बीच पड़ता था।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
( a ) केवल I
( b ) केवल II
( c ) I और III
( d ) कोई नहीं
Ans. : ( c ) कथन I एवं III असत्य है। भारत पर प्रथम सफल विदेशी आक्रमण साइरस के उत्तराधिकारी दारा प्रथम या दारयवहु द्वारा किया गया, उसने सिंधु नदी के तटवर्ती भू-भागों को जीतकर अपने साम्राज्य मे मिला लिया। पोरस का राज्य झेलम एवं चिनाब नदी के बीच स्थित था। कथन II सत्य है। यह युद्ध झेलम के तट पर सिकंदर एवं पोरस के मध्य हुआ था, जिसमें पोरस की पराजय हुई थी।
26. महात्मा बुद्ध के संबंध में निम्नलिखित कथनों में कौन-सा/से सही है/हैं?
1. उनका जन्म कपिलवस्तु के समीप लुंबिनी में हुआ था।
2. इन्होंने अपना प्रथम उपदेश सारनाथ में दिया।
3. इन्होंने अनेकांतवाद का प्रतिपादन किया।
4. वेदों के महत्व को स्वीकार किया।
कूटः
( a ) 1 और 2
( b ) 1 और 3
( c ) 1,
2 और 3
( d ) ये सभी
Ans. : ( a ) बुद्ध का जन्म शाक्य कुल में कपिल वस्तु के निकट लुम्बिनी में हुआ था। उनका गोत्रीय अभिधान गौतम था। प्रथम उपदेश सारनाथ में पांच ब्राह्मण संन्यासियों को दिया। इस घटना को बौद्ध गंथों में ‘धर्म-चक्र-प्रवर्तन’ के नाम से जाना जाता है। अन्य दोनों कथन असत्य हैं। क्योंकि अनेकांतवाद का संबंध जैन दर्शन से है तथा बुद्ध ने वेदों के महत्व को स्वीकार नहीं किया था। वे वेदों को अपौरूषेय नहीं मानते थे।
27. निम्न कथनों पर विचार करें-
1. जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकार ऋषभदेव का जन्म अयोध्या में हुआ था।
2. ऋषभदेव या आदिनाथ ने सम्मेद शिखर (पारसनाथ) पर शरीर का त्याग किया था।
3. एकमात्र तीर्थंकर अरिष्टनेमी का उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य हैं?
( a ) केवल 1
( b ) 1 और 2
( c ) 1,
2 और 3
( d ) कोई नहीं।
Ans. : ( b ) कथन 1 सत्य है। जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव का जन्म अयोध्या में हुआ था। अन्य दोनों कथन सही नहीं हैं क्योंकि ऋषभदेव ने अपने शरीर का त्याग कैलाश पर्वत पर किया था, न कि सम्मेद शिखर पर। सम्मेद शिखर का संबंध जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ से है। साथ ही ऋग्वेद में 22वें तीर्थंकर अरिष्टनेमी के साथ-साथ ऋषभदेव या आदिनाथ (प्रथम तीर्थंकर) का उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है।
28. सुमेलित कीजिए-
सूची- I — सूची- II
(बौद्ध संगीति) — (अध्यक्षता)
A. प्रथम — 1. साबकमीर
B. द्वितीय — 2. महाकस्सप
C. तृतीय — 3. वसुमित्र
D. चतुर्थ — 4. मोग्गलिपुत्र तिस्स
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 1 —
2 — 3 — 4
( b ) 2 —
1 — 4 — 3
( c ) 3 —
4 — 1 — 2
( d ) 4 —
3 — 2 — 1
Ans. : ( c )
सूची- I — सूची- II
(बौद्ध संगीति) — (अध्यक्षता)
प्रथम संगीति — महाकस्सप
द्वितीय संगीति — साबकमीर
तृतीय संगीति — मोग्गलिपुत तिस्स
चतुर्थ संगीति — वसुमित्र
29. जैन धर्म के संबंध में निम्न कथनों में से कौन-सा एक कथन असत्य है?
( a ) भद्रबाहु के नेतृत्व में दक्षिण भारत में जैन धर्म का प्रचार हुआ।
( b ) स्थूलबाहु के समर्थक श्वेताम्बर कहलाते थे।
( c ) प्रतीत्यसमुत्पाद संपूर्ण जैन दर्शन का आधार है।
( d ) प्रथम शतक ई.पू. में जैन धर्म को कलिंग के राजा खारवेल का समर्थन मिला।
Ans. : ( c ) प्रतीत्यसमुत्पद का संबंध बौद्ध दर्शन से है। यह बुद्ध के उपदेशों का सार एवं उनकी संपूर्ण शिक्षाओं का आधार स्भं है। इसके बारह क्रम हैं जिन्हें ‘द्वादश निदान’ कहा जाता है। अन्य तीनों कथन सत्य हैं।
30. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. प्रथम जैन संगीति का आयोजन वल्लभी में हुआ।
2. द्वितीय जैन संगीति की अध्यक्षता स्थूलभद्र ने की थी।
निम्नलिखित में से कौन-सा/से कथन सत्य हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) दोनों
( d ) इनमें कोई नहीं।
Ans. : ( d ) उपरोक्त दोनों कथन असत्य हैं। क्योंकि प्रथम जैन संगीति का आयोजन पाटलिपुत्र में स्थूलभद्र की अध्यक्षता में हुआ था। इसमें जैन गंथ के 12 अंगों का संकल्न किया गया। जबकि द्वितीय जैन संगीति की अध्यक्षता देवार्घि क्षमाश्रवण ने की थी। इसका आयोजन वल्लभी में 512 ई. में हुआ। इसमें कुल 11 अंगों को लिपिबद्ध किया गया।
31. संलेखना है, एक-
( a ) वर्षा ऋतु के दौरान मठों में प्रवास के समय भिक्षुओं द्वारा किए गए अपराध की स्वीकारोक्ति का अवसर
( b ) जैन धर्म में काया क्लेश के अंतर्गत उपवास द्वारा आत्महत्या का विधान
( c ) नए व्यक्ति का बौद्ध संघ में प्रवेश देने का समारोह।
( d ) आषाढ़ की पूर्णिमा के अगले दिन बौद्ध भिक्षुओं के एकत्र होने का अवसर।
Ans. : ( b ) जैन धर्म में अहिंसा एवं काया क्लेश को महत्व दिया गया। इसमें काया क्लेश के अंतर्गत उपवास द्वारा आत्महत्या का विधान है। इस पद्धति को ‘संलेखना’ या ‘निषिद्ध’ कहा जाता है।
32. बौद्ध साहित्य में महावीर का उल्लेख किस नाम से मिलता है?
( a ) नंदिवर्द्धन
( b ) निर्ग्रंथ
( c ) निगंठनाथ पुत्र
( d ) महावीर
Ans. : ( c ) बौद्ध साहित्य में महावीर को ‘निगंठनाथ पुत’ कहा गया है।
33. कथन ( A ) जैन दर्शन के अनुसार संसार दुखमूलक है।
कारण ( R ) सांसारिक जीवन की तृष्णाएं व्यक्ति को घेरे रखती हैं।
सही कथन कूट है-
( a ) A और R दोनों सत्य हैं तथा R सही व्याख्या करता है A की
( b ) A और R दोनों सत्य हैं किंतु R सही व्याख्या नहीं है A की
( c ) A सही है तथा R गलत है।
( d ) A गलत है तथा R सही है
Ans. : ( a ) जैन दर्शन के अनुसार संसार दुखमूलक है, क्योंकि सांसारिक जीवन की तृष्णाएं व्यक्ति को घेरे रहती हैं।
34. जैन धर्म का प्राचीनतम अभिलेखीय साक्ष्य किसमें मिलता है?
( a ) जूनागढ़ अभिलेख
( b ) हाथी गुम्फा अभिलेख
( c ) सारनाथ अभिलेख
( d ) सोहगौरा दानपत्र।
Ans. : ( b ) जैन धर्म का प्राचीनतम अभिलेखीय साक्ष्य कलिंग नरेश खारवेल के हाथी गुम्फा अभिलेख में मिलता है। खारवेल एक कट्टर जैन अनुयायी था। इसने उदयगिरि पहाड़ी में जैन साधुओं के लिए एक गुफा का निर्माण करवाया था।
35. तीर्थंकरों का जीवन चरित का वर्णन है
( a ) भगवती सूत्र में
( b ) कल्प सूत्र में
( c ) आचारांग सूत्र में
( d ) भद्रबाहु चरित में
Ans. : ( b ) भद्रबाहु द्वारा रचित ‘कल्प सूत्र’ एक प्रमुख जैन साहित्य है। इसमें तीर्थंकरों का जीवन चरित है। इसके अतिरिक्त ‘भगवती सूत्र’ में महावीर के जीवन का तथा ‘आचराग सूत्र’ में जैन भिक्षुओं के आचार नियम तथा ‘भद्रबाहु चरित’ से चंद्रगुप्त मौर्य के राज्यकाल की घटनाओं पर प्रकाश पड़ता है।
36. बुद्ध के संबंध में निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है?
1. बुद्ध के राजगृह पहुंचने पर बिम्बिसार ने स्वागत किया तथा जेतवन नामक विहार दान में दिया।
2. श्रावस्ती का एक व्यापारी सुदांत (अनाथपिंडक) बुद्ध का शिष्य बना तथा वेणुवन विहार दान मेंदिया।
सही कथन कूट है-
( a ) केवल कथन 1
( b ) केवल 2
( c ) 1 एवं 2
( d ) न तो 1 न ही 2
Ans. : ( d ) कोई कथन सत्य नहीं है। बिम्बिसार ने वेणुवन विहार बुद्ध को दान में दिया था। जबकि व्यापारी अनाथ पिण्डक ने जेतवन विहार दान में दियाथा।
37. बुद्ध ने महिलाओं को संघ में प्रवेश की अनुमति किस स्थान पर दी?
( a ) श्रावस्ती
( b ) वैशाली
( c ) सारनाथ
( d ) कौशाम्बी
Ans. : ( b ) बुद्ध ने शिष्य आनंद के कहने पर वैशाली में महिलाओं को संघ में प्रवेश की अनुमति दी। प्रजापति गौतमी पहली भिक्षुणी थी।
38. बौद्ध धर्म के संबंध में निम्न में से कौन-सा कथन सही नहीं है?
( a ) बौद्ध संघ के दरवाजे सभी के लिए खुले थे।
( b ) संघ में प्रवेश को ‘उपसम्पदा’ कहा जाता था।
( c ) किसी पवित्र अवसर पर भिक्षुओं के एकत्र होकर चर्चा करने को ‘उपसोथ’ कहा जाता था।
( d ) संघ की कार्यवाही के लिए कोरम की संख्या न्यूनतम 20 होती थी।
Ans. : ( a ) कथन ( a ) गलत है, क्योंकि बौद्ध संघ में चोर, हत्यारों, ऋणी व्यक्तियों, राजा के सेवक, दास तथा रोगी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित था।
39. बौद्ध धर्म में सबसे पवित्र दिन है-
( a ) वैशाख की पूर्णिमा
( b )आषाढ़ की पूर्णिमा
( c ) पवरन का दिन
( d )सावन की पूर्णिमा
Ans. : ( a ) बौद्धों का सबसे पवित्र एवं महत्वपूर्ण दिन या त्योहार वैशाख की पूर्णिमा है, जिसे ‘बुद्ध पूर्णिमा’ के नाम से जाना जाता है। इस दिन का अत्यधिक महत्व इसलिए है, क्योंकि इसी दिन बुद्ध का जन्म, ज्ञान की प्राप्ति एवं महापरिनिर्वाण की प्राप्ति हुई।
40. निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है/हैं?
1. ‘चैत्य’, बौद्ध भिक्षुओं के रहने का आवास स्थल है।
2. ‘विहार’, बौद्धों का उपासना स्थल है।
सही कथन कूट है-
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) दोनों
( d ) न तो 1 न ही 2
Ans. : ( d ) दोनों कथन असत्य है/हैं। चैत्य बौद्धों का उपासनास्थल है, जबकि विहार भिक्षुओं का आवासस्थल होता है।
41. अशोक से संबंधित निम्न कथनों पर विचार करें-
1. अभिलेखों की खोज सर्वप्रथम टीफैंधैलर (1750 ई.) ने की थी।
2. जेम्स प्रिंसेप ने 1832 ई. में सर्वप्रथम अशोक के अभिलेखों को पढ़ने में सफलता प्राप्त की।
3. अशोक के अभिलेखों की भाषा पाली है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही हैं/ हैं?
( a ) केवल 1
( b ) 1 और 2
( c ) सभी
( d ) कोई नहीं
Ans. : ( a ) कथन 1 सत्य है। टीफैंथैलर एक पादरी था, जिसने सर्वप्रथम 1750 ई. में दिल्ली-मेरठ अभिलेख खोजा था। जबकि जेम्स प्रिंसेप ने सर्वप्रथम 1837 ई. में अशोक के अभिलेख को पढ़ने में सफलता प्राप्त की थी। अशोक के अभिलेखों की भाषा ‘प्राकृत’है।
42. निम्न में से कौन-सा एक कथन असत्य है?
( a ) यूनानी लेखों में बिंदुसार को ‘अमित्रघात’ कहा गया है।
( b ) वायुपुराण इसे (बिंदुसार) भद्रसार कहता है।
( c ) मिस्र के शासक टॉलेमी द्वितीय का राजदूत डायनोसियस बिंदुसार के दरबार में आया था।
( d ) बिंदुसार जैन संप्रदाय का अनुयायी था।
Ans. : ( d ) कथन असत्य है क्योंकि बिंदुसार आजीवक संप्रदाय का अनुयायी था। चंद्रगुप्त मौर्य जैन था। अशोक प्रारंभ में शैव धर्म का अनुयायी था। जो बाद में बौद्ध हो गया। अन्य तीनों कथन सत्य हैं।
43. निम्न में से किस एक अभिलेख में ‘अशोक’ नाम का उल्लेख नहीं मिलता है?
( a ) मास्की अभिलेख
( b ) भाब्रू
( c ) गुर्जरा
( d ) उद्गेलम
Ans. : ( b ) अशाक नाम का उल्लेख मास्की, गुर्जरा, नेत्ततूर तथा उदगेलन अभिलेख में मिलता है। भाब्रू अभिलेख में उसे ‘प्रियदर्शी’ कहा गया है।
44. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. अपने राज्याभिषेक के आठवें वर्ष भी अशोक ने कलिंग पर विजय प्राप्त की।
2. तेरहवें शिलालेख में पांच यवन शासकों से मैत्रीपूर्ण संबंध की जानकारी मिलती है।
3. द्वितीय शिलालेख में दक्षिण भारतीय सीमावर्ती राज्यों की चर्चा है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
( a ) 1 और 2
( b ) 2 और 3
( c ) 1,
2 और 3
( d ) कोई नहीं
Ans. : ( b ) कथन 2 और 3 सही हैं, जबकि कथन 1 गलत है। अशोक ने अपने राज्याभिषेक के 9वें वर्ष (261 ई. पू.) में कलिंग पर विजय प्राप्त की। उस समय संभवतः नंदराज नामक शासक कलिंग पर शासन कर रहा था।
45. सुमेलित कीजिए
सूची- I — सूची- II
(तीर्थ) — (संबंधित विभाग)
A. दौवारिक — 1. उद्योगों एवं कारखानों का अध्यक्ष
B. सन्निघाता — 2. राजस्व विभाग का प्रधान
C. कर्मांतिक — 3. राजमहलों की सुरक्षा का प्रधान
D. समाहर्ता — 4. राजकीय कोषाध्यक्ष
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 1 —
2 — 3 — 4
( b ) 4 —
3 — 2 — 1
( c ) 3 —
4 — 1 — 2
( d ) 2 —
1 — 4 — 3
Ans. : ( c )
तीर्थं — संबंधित विभाग
दौवारिक — राजमहलों की सुरक्षा का प्रधान।
सन्निधाता — राजकीय कोषाध्यक्ष
कर्मान्तिक उद्योगों एवं — कारखानों का अध्यक्ष।
समाहर्ता — राजस्व विभाग का प्रधान।
46. निम्न कथनों पर विचार करें-
1. ‘महाभाष्य’ की रचना पाणिनि ने की थी।
2. महाभाष्य एक व्याकरण ग्रंथ है जिसमें यवन आक्रमण की चर्चा है।
3. नागसेन ने प्राकृत भाषा में ‘मिलिन्दपन्हों’ की रचना की है।
4. ‘मिलिन्दपन्हों’ से भारत-ग्रीक सम्पर्क की जानकारी मिलती है।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
( a ) 1 और 3
( b ) 2 और 4
( c ) 1,
2 और 4
( d ) 2,
3 और 4
Ans. : ( b ) कथन 2 और 4 सही हैं। अन्य दोनों कथन गलत है। ‘महाभाष्य’ की रचना पतंजलि ने की थी। यह एक व्याकरण ग्रंथ है। पाणिनि ने ‘अष्टाध्यायी’ की रचना की थी। जबकि नागसेन ने पाली भाषा में ‘मिलिन्दपन्हों’ की रचना की थी।
47. चेदि वंश से संबंधित निम्न कथनों पर विचार करें-
1. इस वंश के संबंध में जानकारी का मुख्य स्रोत ‘हाथीगुम्फा’ अभिलेख है
2. इस वंश की स्थापना महामेघवाहन ने की थी।
3. महामेघवाहन जैन तीर्थंकर शीतलनाथ की मूर्ति को मगध से लाने में सफल हुआ।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही हैं?
( a ) 1 और 3
( b ) केवल 1
( c ) 1 और 2
( d ) 1,
2 और 3
Ans. : ( c ) कथन 1 और 2 सही हैं जबकि कथन 3 गलत है। खारवेल इस वंश का महानतम शासक था। वह जैन तीर्थंकर शीतलनाथ की मूर्ति मगध से लाने में सफल हुआ, जिसे तीन शताब्दी पूर्व मगध का शासक महापदमानन्द कलिंग से ले गया था।
48. सातवाहन वंश के संबंध में निम्न में से कौन-सा एक कथन असत्य हैं?
( a ) सातवाहन वंश की स्थापना सिमुक ने की थी।
( b ) गौतमीपुत्र शातकर्णी के सैन्य विजयों की जानकारी बलश्री के नासिक अभिलेख से प्राप्त होती है।
( c ) पुराणों में गौतमीपुत्र शातकर्णी को कृष्ण का पुत्र कहा गया है।
( d ) हाल ने ‘गाथासप्तशती’नामक एक मुक्तक काव्य की रचना की थी।
Ans. : ( c ) कथन ( c ) असत्य है क्योंकि शातकर्णी प्रथम को पुराणों में कृष्ण का पुत्र कहा गया है। यह इस वंश का पहला महत्वपूर्ण शासक था। इसकी उपलब्धियों की जानकारी नागनिका (इसकी रानी) के नानाघाट अभिलेख से मिलती है।
49. प्राचीन भारतीय धर्म को त्रयी कहा गया है?
( a ) अर्थशात्र
( b ) महाभाष्य
( c ) मत्स्य पुराण
( d ) विष्णु पुराण
Ans. : ( a ) अर्थशात्र में प्राचीन भारतीय धर्म को ‘त्रयी’ कहा गया हैं। ‘अर्थशात्र’ कौटिल्य द्वारा रचित राजनीति शात्र पर एक प्रसिद्ध ग्रंथ है।
50. किस सातवाहन शासक के सिक्कों पर नाव का चित्र अंकित था?
( a ) हाल
( b ) शातकर्णी प्रथम
( c ) यज्ञश्री शातकर्णी
( d ) गौतमी पुत्र शातकर्णी
Ans. : ( c ) यज्ञश्री शातकर्णी (174-203
ई.) सातवाहन वंश का अंतिम महान् शासक था। इसके सिक्कों पर नाव का चित्र अंकित है।
51. हिंद-यवन आक्रमण से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. सर्वप्रथम डेमेट्रियस ने पंजाब के कुछ भाग को जीतकर तक्षशिला को अपनी राजधानी बनाया।
2. डेमेट्रियस ने यूनानी तथा खरोष्ठी दोनों लिपियों वाले सिक्के चलाए।
3. डेमेट्रियस के उपरांत यूक्रेटाइड्स ने भारत के कुछ हिस्सों को जीतकर साकल को अपनी राजधानी बनाया।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) केवल 2 और 3
( d ) सभी
Ans. : ( b ) केवल कथन 2 सही है। डेमेट्रियस ने यूनानी तथा खरोष्ठी दोनों लिपियों वाले सिक्के चलाए थे। कथन 1 गलत है, क्योंकि ऐमेट्रियस ने सर्वप्रथम 183 ई. पू. के लगभग पंजाब के कुछ भागों को जीता था तथा साकल को अपनी राजधानी बनाया था। कथन 3 भी गलत है। क्योंकि युक्रेटाइडस ने तक्षशिला को अपनी राजधानी बनाया था।
52. हेलियोडोरस जो भागभद्र के दरबार में आया था किसका राजदूत था?
( a ) मिनाण्डर
( b ) डेमोट्रियस
( c ) एण्टियालकीडस
( d ) यूक्रेटाइड्स
Ans. : ( c ) एंटियालकिड्स इण्डो-ग्रीक वंश का सबसे प्रतापी शासक था। उसने हेलियोडोरस को अपना राजदूत बनाकर भागभद्र के दरबार में भेजा था।
53. कथन ( A ) इण्डो-ग्रीक शासकों का इतिहास जानने का एकमात्र स्रोत सिक्के हैं।
कारण ( R ) सर्वप्रथम इण्डो-ग्रीक शासकों ने ही लेख वाले सिक्के (मुद्रालेख)जारी किए।
सही कथन कूट है-
( a ) A और R दोनों सही हैं तथा R सही व्याख्या है
( b ) A और R दोनों सहीं है किंतु R सही व्याख्या नहीं है।
( c ) A सही है किंतु R गलत है।
( d ) A गलत है किंतु R सही है।
Ans. : ( b ) कथन और कारण ( R ) दोनों सही हैं। किंतु ( R ) a की सही व्याख्या नहीं है।
54. कनिष्क के संबंध में निम्न कथनों पर विचार करें
1. कनिष्क को ‘द्वितीय अशोक’ भी कहा जाता है।
2. कनिष्क के समय तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन हुआ।
3. इस संगीति की अध्यक्षता अश्वघोष ने की थी।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सत्य है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) केवल 1 और 3
( d ) केवल 2 और 3
Ans. : ( a ) कनिष्क को ‘द्वितीय अशोक’ भी कहा जाता है। इसके समय में कश्मीर के कुण्डलवन में चतुर्थ बौद्ध संगीति का आयोजन हुआ था। इस संगीति की अध्यक्षता वसुमित्र ने की थी तथा अश्वघोष इसके उपाध्यक्ष थे। इसी संगीति में बौद्ध धर्म हीनयान एवं महायान में विभाजित हो गया था।
55. प्रंतों में द्वैध शासन की प्रणाली प्रारंभ की गई?
( a ) कुषाणों द्वारा
( b ) शकों द्वारा
( c ) पार्थियनों द्वारा
( d ) इण्डो-ग्रीक शासकों द्वारा।
Ans. : ( a ) प्रंतों में द्वैध शासन-प्रणाली की शुरुआत कुषाणों द्वारा की गई। क्षेत्रीय प्रणाली भी कुषाण शासकों की देन है। पार्थियनों द्वारा दो आनुंशिक राजाओं के संयुक्त शासन की परिपाटी की शुरुआत की गई। सेनानी शासन इण्डो-ग्रीक शासकों की देन हैं।
56. समुद्रगुप्त के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचारकरें-
1. इसने उत्तरी भारत के राज्यों के प्रति ग्रहणमोक्षानुग्रह की नीति अपनाई।
2. दक्षिणापथ के बारह राज्यों के प्रति राज्य प्रसभोद्धरण की नीति का अनुसरण किया।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) दोनों
( d ) इनमें से कोई नहीं।
Ans. : ( d ) समुद्रगुप्त ने उत्तरी भारत के 9 राज्यों के प्रति राज्य प्रसभोद्धरण की नीति अपनाई। इसके तहत उसने इन राज्यों का बलात् उन्मूलन कर अपने साम्राज्य में मिला लिया। दक्षिणापथ के 12 राज्यों के प्रति उसने ग्रहणमोक्षानुग्रह की नीति अपनाई। उसके दक्षिण विजय को ‘धर्म विजय’ भी कहा जाता हैं।
57. कुमारगुप्त के संबंध में निम्न कथनों पर विचार करें-
1. मंदसौर अभिलेख से कुमारगुप्त प्रथम तक गुप्तों की वंशावली प्राप्त होती है।
2. इसके शासन के अंतिम दिनों में पुष्यमित्र नामक जातियों ने आक्रमण किया।
3. नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना करवाई।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/ हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 1 और 2
( c ) केवल 2 और 3
( d ) सभी तीनों।
Ans. : ( c ) कथन 1 गलत है। कुमारगुप्त के विलसड अभिलेख से गुप्तों की वंशावली प्राप्त होती है। मंदसार अभिलेख से इसके सुव्यविस्थत शासन का वर्णन मिलता है। अन्य दोनों कथन सही हैं।
58. गुप्तकाल में लेखा विभाग का सर्वोच्च अधिकारी कहलाताथा?
( a ) महाबलाधिकृत
( b ) महाअक्षपटलिक
( c ) महाप्रतिहार
( d ) महादण्डनायक
Ans. : ( a ) गुप्त युग में ‘महाअक्ष पटलिक’ लेखा विभाग का सर्वोच्च अधिकारी होता था। इसके अतिरिक्त महावलाधिकृत (सेनापति) महाप्रतिहार (राजप्रसाद की देख-रेख) तथा महादण्डनायक (न्यायधीश) आदि प्रमुख अधिकारी थे।
59. गुप्तकाल में दलदली भूमि को कहा जाता था?
( a ) औदक
( b ) अप्रहत
( c ) खिल
( d ) क्षेत्र
Ans. : ( a )
औदक-दलदली भूमि
अप्रहत-जंगली भूमि
खिल-परती भूमि
क्षेत्र-कृषियोग्य भूमि
60. कायस्थों के संबंध में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन सही है?
( a ) भूमि-अनुदान की प्रथा के विकास के कारण कायस्थों का उदय हुआ।
( b ) कायस्थों का सर्वप्रथम उल्लेख याज्ञवल्क्य ने किया है।
( c ) जाति के रूप में कायस्थ का उल्लेख सर्वप्रथम ओशनम् स्मृति में हुआ है।
( d ) पूर्व के सभी तीनों कथन सत्य हैं।
Ans. : ( d ) तीनों कथन सही हैं।
61. गुप्तकाल में धार्मिक स्थिति पर विचार करें-
1. इस समय वैष्णव धर्म का तेजी से प्रसार हुआ।
2. समुद्रगुप्त एवं स्दंगुप्त ने अश्वमेघ यज्ञ का आयोजन किया।
3. गुप्तकाल मे बौद्ध एवं जैन धर्में में ह्रास शुरू हो गया था।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही नहीं है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) केवल 2 और 3
( d ) सभी तीनों।
Ans. : ( c ) कथन 1 सही हैं किंतु कथन 2 एवं 3 गलत है/हैं। दो गुप्त शासकों समुद्रगुप्त एवं कुमारगुप्त को अश्वमेघ यज्ञ का श्रेय प्राप्त है। इस युग में बौद्ध एवं जैन धर्मों का भी प्रचार-प्रसार हुआ। बोधिस्त्वों की प्रतिमाएं बनाई जाने लगी। विहार,चैत्यों एवं मूर्तियों का निर्माण हुआ।
62. गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत किसने दिया था?
( a ) आर्यभट्ट
( b ) ब्रह्मगुप्त
( c ) वराहमिहिर
( d ) धन्वंतरि
Ans. : ( b ) ब्रह्मगुप्त ने अपनी रचना ब्रह्म सिद्धांत में गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत दिया था।
63. पाल शासकों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. कवि सोड्ढल ने धर्मपाल को ‘उत्तरापथ का स्वामी’ कहा है।
2. ‘लोकेश्वर शतक’ के रचयिता वज्रदत को महिपाल प्रथम ने संरक्षण दिया था।
3. देवपाल ने बौद्ध भिक्षु अतिस के नेतृत्व में तिब्बत में एक धर्म प्रचारक मण्डल भेजा था।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 1 और 2
( c ) केवल 2 और 3
( d ) कोई नहीं
Ans. : ( c ) कथन 1 सही है। गुजराती कवि सोड्ढल ने पाल शासक धर्मपाल को उत्तरापथ का स्वामी कहा है। अन्य दोनों कथन सही नहीं हैं। ‘लोकेश्वर शतक’ के रचयिता वज्रदत देवपाल (810-850 ई.) के दरबार में रहते थे जबकि महिपाल प्रथम ने बौद्ध भिक्षु अतिस के नेतृत्व में तिब्बत में एक धर्म प्रचारक मण्डल भेजाथा।
64. कथन ( A ) हर्ष का साम्राज्य सामंती संगठन पर आधारित था।
कारण ( R ) हर्ष ने परमभट्टारक महाराजा-धिराज सार्वभौम परमेश्वर आदि जैसे विरुद्ध धारण किए थे।
सही कथन कूट है-
( a ) A और R दोनों सही हैं तथा R,A की सही व्याख्या है।
( b ) A तथा R दोनों सही हैं किंतु R,A सही व्याख्या नहीं है?
( c ) A सही है, किंतु R गलत है।
( d ) A गलत है, किंतु R सही है।
Ans. : ( a ) हर्ष की परमभट्टारक, महाराजाधिराज सार्वभौम परमेश्वर, परम माहेश्वर सकलोत्तरा पद्येश्वर आदि जैसी उपाधियों से यह स्पष्ट हो जाता है कि उसका साम्राज्य सामंती संगठन पर आधारित था।
65. चंदेल वंश के संबंध में निम्न कथनों पर विचार करें-
1. चंदेल वंश की स्थापना नन्नुक ने की थी।
2. खजुराहो के प्रसिद्ध विष्णु मंदिर का निर्माण विद्याधर ने करवाया था।
3. चंदेल शासक धंग ने गुर्जर-प्रतिहार शासक राज्यपाल का वध कर दिया।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही नहीं है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) केवल 2 और 3
( d ) सभी तीनों।
Ans. : ( c ) कथन 1 सही है। चंदेल वंश की स्थापना जेजाकभुक्ति (बुंदेलखण्ड) क्षेत्र में 9वीं शताब्दी में ‘नन्नुक’ ने की थी। अन्य दोनों कथन गलत है/हैं। खजुराहो के प्रसिद्ध विष्णु मंदिर (चतुर्भुज मंदिर) का निर्माण यशोवर्मन ने करवाया था। विद्याधर ने गुर्जर-प्रतिहार शासक राज्यपाल का वध इसलिए कर दिया था कि वह महमूद गजनवी से युद्ध करने के स्थान पर भाग खड़ा हुआ था।
66. सही सुमेलित कीजिए-
सूची- I — सूची- II
(वंश) — (संस्थापक)
A. परमार — 1. हरिश्चंद्र
B. मैत्रक — 2. कोक्कल प्रथम
C. कलचुरि — 3. भट्टारक
D. गुर्जर-प्रतिहार — 4. उपेंद्र
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 4 —
3 — 2 — 1
( b ) 1 —
2 — 3 — 4
( c ) 3 —
1 — 4 — 2
( d ) 2 —
3 — 1 — 4
Ans. : ( a )
(वंश) — (संस्थापक)
परमार — उपेन्द्र
मैत्रक — भट्टारक
कलचुरि — कोक्कल प्रथम
गुर्जर-प्रतिहार — हरिश्चन्द्र
67. निम्न में से किस एक पाल शासक ने त्रिदलीय संघर्ष में भाग नहीं लिया?
( a ) धर्मपाल
( b ) नारायणपाल
( c ) महिपाल
( d ) देवपाल
Ans. : ( c ) महीपाल प्रथम
(988-1038 ई.) ने किसी त्रिगुट संघर्ष में भाग नहीं लिया था। धर्मपाल ने प्रथम तीन में, जबकि देवपाल तथा नारायण पाल ने चतुर्थ त्रिगुट संघर्ष में हिस्सा लिया था।
68. कथन ( A ) गुप्तोत्तर युग में केंद्रीय सत्ता कमजोर हुई, जबकि प्रंतीय व स्थानीय सत्ता मजबूत हुई।
कारण ( R ) सामांतवाद का विकास इस काल की प्रमुख विशेषता है।
कूट :
( a ) A और R दोनों सही है तथा R सही व्याख्या है A का
( b ) A तथा R दोनों सही हैं किंतु R सही व्याख्या नहीं है A का।
( c ) A सही है, किंतु R गलत है।
( d ) A गलत है, किंतु R सही है।
Ans. : ( a ) सामंतवाद का विकास इस युग की प्रमुख विशेषता है। सामंतवाद के विकास से इस युग में केंद्रीय सत्ता कमजोर हुई, जबकि प्रंतीय एवं स्थानीय सत्ता मजबूतहुई।
69. निम्न में से कौन-सा कथन असत्य है?
( a ) भड़ौच के बने वत्र इतने प्रसिद्ध थे कि उन्हें वरोज कहा जाता था।
( b ) गुजरात सूती कपड़े एवं चमड़े की निर्मित वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध था।
( c ) मध्य प्रदेश सफेद लिनन नामक कपड़े के उद्योग के लिए प्रसिद्ध था।
( d ) दुकूल एक प्रकार का कपड़ा होता था, जो पौधों के रेशों से बनता था।
Ans. : ( c ) ह्वेनसांग के विवरण के अनुसार कश्मीर वत्राद्योग-विशेषकर सफेद लिनन के लिए प्रसिद्ध था। मध्य प्रदेश चुनरी के लिए प्रसिद्ध था। अन्य कथन सही हैं।
70. मंदिर निर्माण की नागर शैली से संबंधित निम्न कथनों पर विचार करें-
1. इस शैली के मंदिर चतुष्कोणीय हैं।
2. पिरामिड के आकार का शिखर इन मंदिरों की विशेषताएं हैं।
3. लिंगराज मंदिर नागरशैली का सर्वोत्तम उदाहरणहै।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/ हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) केवल 2 और 3
( d ) कोई नहीं
Ans. : ( b ) नागर शैली के मंदिर चतुष्कोणीय होते हैं। वर्गाकार तथा ऊपर की ओर वक्र होते हुए शिखर इन मंदिरों की विशेषता हैं। उड़ीसा का लिंगराज मंदिर पूर्व विकसित नागरशैली का सर्वोत्तम उदाहरण है। पुरी का जगन्नाथ मंदिर भी नागर शैली में निर्मित है। जबकि पिरामिड के आकार का शिखर द्रविड़ शैली के मंदिरों की प्रमुख विशेषता है।
71. सही सुमेलित कीजिए-
सूची- I — सूची- II
(संगम) — (अध्यक्ष)
A. प्रथम — 1. अगस्त्य ऋषि
B. द्वितीय — 2. तोलकाप्पियर
C. तृतीय — 3. नक्कीरर
सही कथन कूट है-
A — B — C
( a ) 1 —
3 — 2
( b ) 1 —
2 — 3
( c ) 3 —
2 — 1
( d ) 2 —
1 — 3
Ans. : ( b )
(संगम) — (अध्यक्ष) प्रथम — अगस्त्य ऋषि द्वितीय — तोलकाप्पियर तृतीय — नक्कीरर
72. पाण्ड्य शासकों के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. मेगास्थनीज ने पाण्ड्य राज्य का उल्लेख ‘माबर’ नाम से किया।
2. नेडुजेलियन ने रोमन सम्राट् ऑगस्टस के दरबार में अपना दूत भेजा था।
3. नेडियोन ने पहरूली नामक नदी को अस्तित्व प्रदान किया तथा समुद्र पूजा प्रारंभ कराई।
4. कौरकै ने सती कण्णगी के सम्मान में विशाल उत्सव आयोजित करवाया।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन असत्य है/ हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) 1,
2 और 4
( d ) सभी सत्य हैं
Ans. : ( d ) सभी कथन सत्य हैं।
73. निम्न कथनों पर विचार करें-
1. ‘मनरम’ प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला उत्सव था जो राजा के जन्मदिन पर मनाया जाता था।
2. ‘पेरूनल, राज्य का सर्वोच्च न्यायालय होता था।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/ हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) दोनों
( d ) कोई नहीं
Ans. : ( d ) संगम युग में राज्य का सर्वोच्च न्यायालय राजा की सभा होती थी। जिसे ‘मनरम’ कहा जाता था। जबकि पेरूनल प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला राजा का जन्मोत्सव को कहते थे।
74. सुमेलित कीजिए-
सूची- I — सूची- II
(संगम युगीन देवता) — (उपासक)
A. मुरूगन — 1. शिकारी
B. मेयन (विष्णु) —2. गड़रिए
C. वरक्तण — 3. मछुवारे
D. कोरनाबाई — 4. योद्धा
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 4 —
3 — 2 — 1
( b ) 3 —
4 — 1 — 2
( c ) 1 —
2 — 3 — 4
( d ) 2 —
1 — 4 — 3
Ans. : ( a )
75. चेर शासकों के शौर्य का विवरण निम्न में से किस एक में मिलता है?
( a ) ऐंत्तुतोगई
( b ) पंतुपतु
( c ) पदितपत्तु
( d ) एनगुरूनूर
Ans. : ( c ) ऐत्तुतोगई (आठ संग्रह ग्रंथ) पत्तुपतु (दस गीतों का संग्रह) तथा पदितपत्तु (चेर शासकों का शौर्य विवरण) प्रमुख संगम साहित्य है।
76. ‘सेतुंध’ नामक काव्य की रचना किस वाकाटक शासक ने की थी?
( a ) प्रवरसेन प्रथम
( b ) प्रवरसेन द्वितीय
( c ) रूद्रसेन द्वितीय
( d ) विंध्यशक्ति
Ans. : ( b ) प्रवरसेन द्वितीय ने सेतुंध नामक ग्रंथ की रचना की है। प्रवरसेन प्रथम ने ‘महाराजाधिराज’ की उपाधि धारण की तथा चार अश्वमेघ एवं एक वाजपेय यज्ञ किया। रूद्रसेन द्वितीय से चंद्रगुप्त द्वितीय की पुत्री प्रभावती का विवाह हुआ था।
77. सुमेलित कीजिए-
सूची- I — सूची- II
(राजवंश) — (राजधानी)
A. पाण्ड्य — 1. बनवासी
B. कदंब — 2. मदुरा
C. गंग — 3. मान्यखेट
D — राष्ट्रकूट — 4. कोलार
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 1 —
2 — 3 — 4
( b ) 2 —
1 — 4 — 3
( c ) 4 —
3 — 2 — 1
( d ) 3 —
4 — 1 — 2
Ans. : ( b )
राजवंश — राजधानी
पाण्ड्य — मदुरा
कदम्ब — बनवासी
गंग — कोलार
राष्ट्रकूट — मान्यखेट
78. कांचीपुरम् का कैलाश मंदिर निर्मित है-
( a ) महेन्द्र बर्मन शैली
( b ) मामल्ल शैली
( c ) राजसिंह शैली
( d ) नन्दिवर्मन शैली
Ans. : ( c ) कांचीपुरम का कैलाश मंदिर राजसिंह शैली में निर्मित है। इसका निर्माण नरसिंहवर्मन द्वितीय द्वारा करवाया गया था। स्वतंत्र रूप से मंदिर का निर्माण शिखर एवं गोपुरम् का निर्माण इस शैली की प्रमुख विशेषता है।
79. राजराज प्रथम के संदर्भ में निम्न कथनों पर विचार कीजिए-
1. ‘गंगैकोण्डचोल’ की उपाधि धारण की।
2. श्रीलंका पर अधिकार कर पोल्लानरूवा को अपनी राजधानी बनाया।
3. शैलेन्द्र शासक विजयतुंग वर्मन को नागपत्तनम में बौद्ध विहार बनाने की आज्ञा दी।
4. 1000 ई.पू में भूमि माप की प्रथा चलाई।
उपरोक्त कथनों में कौन-से कथन सही है/हैं?
( a ) 1,
2 और 3
( b ) 2,
3 और 4
( c ) 1,
3 और 4
( d ) 1,
2, 3 और 4
Ans. : ( b ) कथन 1 गलत है। ‘गंगैकोण्डचोल’ की उपाधि राजराज ने नहीं बल्कि उसके पुत्र राजेन्द्र प्रथम ने (1014-1044 ई.) गंगा घाटी अभियान की सफलता के उपरांत धारण की थी। इस अभियान में उसने पाल शासक महीपाल को पराजित किया था। अन्य तीनों कथन सत्य हैं।
80. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिए-
1. कुरूवर-शिकारी
2. मरवर-कृषक
3. कुरूम्बर-गड़रिए
4. पटदावर-मछुवारे
उपरोक्त युग्मों में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) 1,
2 और 3
( c ) 1,
3 और 4
( d ) 1,
2 और 4
Ans. : ( b )
कुरूवर — शिकारी
मरवर — योद्धा
कुरूम्बर — गड़रिए
पटदावर — मछुवारे
उलवर — कृषक
81. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. मण्डप एवं रथ मामल्ल शैली की विशेषता है।
2. मामल्ल शैली का जन्मदाता महेन्द्रवर्मन प्रथमथा।
उपरोक्त में कौन-सा से कथन सही है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) 1 और 2
( d ) न तो 1 न ही 2
Ans. : ( a ) कथन 1 सही है। सप्तपैगोडा, वराह मंदिर एवं महर्षि मंदिर आदि इस शैली के सुंदर उदाहरण हैं। इस शैली का जन्मदाता नरसिंहवर्मन प्रथम (630-668 ई.) था।
82. निम्नलिखित में से असत्य युग्म का चयन कीजिए-
( a ) किरातार्जुनियम-भारवि
( b ) सेतुंध-प्रवरसेन द्वितीय
( c ) मत्तविलास प्रहसन-महेन्द्रवर्मन
( d ) गणितसार संग्रह-रामानुजाचार्य
Ans. : ( d ) ‘गणित सार संग्रह’ की रचना 9वीं शताब्दी में महावीर नाम के गणितज्ञ ने की थी। अन्य तीनों युग्म सही सुमेलित हैं।
83. निम्नलिखित में कौन-से कथन सही हैं?
1. मेगास्थनीज के अनुसार पाण्ड्य शासन त्रियों के हाथ में था।
2. अशोक के प्रथम अभिलेख में चोल, पांड्य एवं चेर शासकों का उल्लेख है।
3. संगम तमिल प्रदेश में राजाओं का मिलन था।
सही कथन कूट है-
( a ) केवल 1
( b ) केवल 3
( c ) 1 और 3
( d ) 2 और 3
Ans. : ( a ) कथन 1 सत्य है। 2 और 3 असत्य है/हैं, क्योंकि अशोक के द्वितीय शिलालेख से सुदूर दक्षिण में चोल, पाण्ड्य एवं चेर राज्यों की जानकारी मिलती है। जबकि संगम तमिल कवियों का सम्मेलन था।
84. भारत एवं रोम के बीच घनिष्ठ व्यापारिक संबंध की सूचनाएं किस स्थल से प्राप्त होती हैं?
( a ) ताम्रलिति
( b ) अरिकमेडू
( c ) तोंडी
( d ) मुशीरि
Ans. : ( b ) अरिकमेडू कोरोमण्डल समुद्रतट पर स्थित एक प्रसिद्ध बंदरगाह था। यहां से प्राप्त पुरावस्तुओं से भारत एवं रोम के मध्य घनिष्ठ व्यापारिक संबंधों की सूचना प्राप्त होती है।
85. निम्नलिखित में से कौन-सा रथ मंदिर सबसे छोटा है?
( a ) अर्जुन रथ
( b ) द्रौपदी रथ
( c ) भीम रथ
( d ) धर्मराज रथ
Ans. : ( b ) द्रौपदी रथ सबसे छोटा रथ मंदिर है। रथ मंदिरों का निर्माण मामल्ल शैली में हुआ है। ये मन्दिर शिलाकृत स्थापत्य के अद्वितीय उदाहरण हैं।
86. एक प्रदेश के रूप में भारत का प्रथम सुनिश्चित लिखित उल्लेख मिलता है?
( a ) महाभाष्य
( b ) अष्टाध्यायी
( c ) अर्थशात्र
( d ) मुद्राराक्षस
Ans. : ( b ) एक प्रदेश के रूप में भारत का सुनिश्चित उल्लेख पाणिनी द्वारा रचित सुप्रसिद्ध व्याकरण गंथ ‘अष्टाध्यायी’ में मिलता है।
87. निम्नलिखित युग्मों पर विचार कर असत्य युग्म का चयन कीजिए।
( a ) महास्थान-चंद्रगुप्त द्वितीय
( b ) एरण अभिलेख-भानुगप्त
( c ) देवपाडा अभिलेख-विजय सेन
( d ) उत्तरमेरूर अभिलेख-परांतक प्रथम
Ans. : ( a ) महास्थान अभिलेख का संबंध चंद्रगुप्त मौर्य से है। अन्य युग्म सुमेलित हैं।
88. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. ह्वेनसांग ने फो-क्यों की में हर्षकालीन भारत की सामाजिक-धार्मिक स्थिति का विवरण दिया है।
2. फाहियान की रचना ‘सीयूकी’ से गुप्तकालीन इतिहास की जानकारी प्राप्त होती है।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) 1 और 2
( d ) न तो 1 और न ही 2
Ans. : ( d ) फाहियान एक चीनी यात्री थी यह गुप्त शासक चंद्रगुप्त द्वितीय के समय भारत आया था। इसने अपना ‘फो-कयों की’ नामक पुस्तक की रचना की है। जिसमें गुप्तकालीन राजनीति ‘समाज’ अर्थव्यवस्था आदि की चर्चा है। जबकि ह्वेनसांग ने ‘सीयुकी’ नामक पुस्तक लिखी है जिससे हर्षकालीन भारत पर प्रकाश पड़ता है।
89. निम्न में से किस एक में भारत एवं फारस के संबंधों का विवरण मिलता है?
( a ) हिस्ट्री ऑफ द वार
( b ) हिस्टोरिका
( c ) नेचुरल हिस्टोरिका
( d ) ज्योग्राफी
Ans. : ( b ) भारत एवं फारस के मध्य संबंधों का विवरण हेरोडोटस की पुस्तक ‘हिस्टोरिका’ में मिलता है। हेरोडोटस को ‘इतिहास का पिता’ भी कहा जाता है।
90. नालंदा विश्वविद्यालय के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. इसकी स्थापना गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम ने करवाई।
2. कुमारगुप्त प्रथम की सुप्रसिद्ध उपाधि ‘महेन्द्रादित्य’ थी।
3. ह्वेनसांग के समय इस विश्वविद्यालय के कुलपति शीलभद्र थे।
उपरोक्त में से कौन-सा/से कथन सही है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) 1 और 3
( d ) सभी
Ans. : ( d ) उपरोक्त सभी कथन सही हैं।
91. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें-
1. वल्लभी महायान बौद्ध धर्म की शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।
2. इस नगर की स्थापना मैत्रकवंशी शासक भट्टार्क ने की थी।
उपरोक्त में से कौन-से कथन सही है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 2
( c ) 1 और 2
( d ) न तो 1 और न ही 2
Ans. : ( b ) वल्लभी पश्चिम भारत में शिक्षा तथा संस्कृति का प्रसिद्ध केंद्र था। इस नगर की स्थापना मैत्रकवंशी शासक भट्टार्क ने की थी। यह हीनयान बौद्ध धर्म की शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।
92. निम्न में से कौन-सा एक युग्म सुमेलित नहीं है?
( a ) विक्रमांकदेवचरित-हेमचंद्र
( b ) नवसाहसांक चरित-पद्मगुप्त
( c ) शब्दानुशासन-भोज
( d ) देवीचन्द्रगुप्तम्- विशाखदत्त
Ans. : ( a ) ‘विक्रमांकदेवचरित’ की रचना विल्हण ने 11 वें शताब्दी ई. में की थी। यह कल्याणी के चालुक्य शासक विक्रमादित्य पृष्ठ का दरबारी कवि था। अन्य युग्म सही सुमेलित हैं।
93. भारत का वर्तमान राष्ट्रीय पंचांग आधारित है?
( a ) विक्रम संवत्
( b ) शक संवत्
( c ) गुप्त संवत्
( d ) A और B दोनों
Ans. : ( b ) भारत का वर्तमान राष्ट्रीय पंचांग शक संवत् पर आधारित है। वर्ष की शुरुआत चैत्र माह से होती है। चैत्र का पहला दिन प्रतिवर्ष 22 मार्च या अधिक वर्ष में 21 मार्च को पड़ता है।
94. गुप्त प्रकाल (गुप्त संवत्) की स्थापना किसने कीथी?
( a ) चंद्रगुप्त प्रथम
( b ) समुद्रगुप्त
( c ) भानुगुप्त
( d ) कुमारगुप्त
Ans. : ( a ) गुप्त प्रकाल या गुप्त संवत् की स्थापना चंद्रगुप्त प्रथम ने 319 ई. में की थी। गुप्त राजाओं तथा उनके सामंतों के लेखों में गुप्त संवत् का प्रयोग मिलताहै।
95. ‘पंचरात्र व्यूह’ के प्रमुख देवताओं में कौन एक नहींहै?
( a ) प्रद्युम्न
( b ) अनिरूद्ध
( c ) बलराम
( d ) लक्ष्मी
Ans. : ( b ) वासुदेव कृष्ण को वैदिक देव विष्णु का अवतार माना गया तथा इनका समीकरण नारायण से स्थापित किया गया। नारायण के उपासक ‘पंचारात्रिक’ कहे जाने लगे। इस पंचरात्र व्यूह के प्रमुख देवता हैं- वासुदेव, लक्ष्मी, संकर्षण, प्रद्युम्न एवं अनिरूद्ध।
96. शैव धर्म से संबंधित निम्न कथनों पर विचारकरें-
1. ‘पाशुपत’ शैवमत का सबसे पुराना संप्रदाय है, जिसकी स्थापना लकुलिश ने की थी।
2. कापालिक, कलामुख संप्रदाय के अनुयायियों से भी अधिक अतिवादी प्रकृति के थे।
3. कश्मीर शैव शुद्ध, दार्शनिक तथा ज्ञानमार्गीथे।
सही कथन कूट है-
( a ) 1 और 2
( b ) 1 और 3
( c ) सभी तीनों
( d ) इनमें से कोई नहीं।
Ans. : ( b ) कथन 2 सही नहीं है। कालामुख संप्रदाय के अनुयायी कापालिक वर्ग के ही थे। ‘शिव पुराण’ में कालमुखों को ‘महाव्रतधार’ कहा गया है।
97. व्यावहारिक ज्यामिति की रचना किसने की?
( a ) आपस्भं
( b ) बौधायन
( c ) आर्यभट्ट
( d ) ब्रह्मगुप्त
Ans. : ( a ) व्यावहारिक ज्यामिति की रचना आपस्भं द्वारा यज्ञ वेदी बनाने के लिए की गई थी। इसमें न्यूनकोण, अधिक कोण और समकोण का वर्णन किया गया है।
98. भास्कराचार्य के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
1. उनकी सुप्रसिद्ध रचना ‘सिद्धांत शिरोमणि है।
2. चक्रवाल विधि का आविष्कार किया।
3. न्यूटन से पूर्व गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत दिया था।
उपरोक्त में कौन-से कथन सही है/हैं?
( a ) केवल 1
( b ) केवल 3
( c ) केवल 2 और 3
( d ) तीनों सही हैं।
Ans. : ( d ) तीनों कथन सही है/हैं। ‘सिद्धांत शिरोमणि’ ग्रंथ के चार भाग हैं- लीलावती, बीजगणित, ग्रहगणित तथा गोला गणित। चक्रवाल विधि द्वारा अनिर्णित वर्ग समीकरण को हल किया जाता है। इन्होंने न्यूटन से पूर्व गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत दिया तथा शून्य को अविभाजित बताया।
99. सुमेलित कीजिए-
सूची- I (विद्वान्) सूची- II (रचना)
A. आर्यभट्ट — 1. सूर्य सिद्धांत
B. ब्रह्मगुप्त — 2. वृहत् संहिता
C. वराहमिहिर — 3. ब्रह्मस्फुट सिद्धांत
D. धन्वंतरि — 4. सुश्रुत संहिता
सही कथन कूट है-
A — B — C
— D
( a ) 1 —
2 — 3 — 4
( b ) 1 —
3 — 2 — 4
( c ) 4 —
3 — 2 — 1
( d ) 2 —
3 — 1 — 4
Ans. : ( b )
(विद्वान्) — (रचना)
आर्यभट्ट — सूर्य सिद्धांत
ब्रह्मगुप्त — ब्रह्मस्फुट सिद्धांत
वराहमिहिर — वृहत् संहिता
धन्वंतरि — सुश्रुत संहिता
100. ‘पारे’ की खोज किसने की थी?
( a ) कणाद्
( b ) चरक
( c ) नागार्जुन
( d ) सुश्रुत
Ans. : ( c ) बौद्ध दार्शनिक नागार्जुन को रसायन का नियामक माना गया है- ‘पारे’ की खोज उनका सबसे महत्वपूर्ण आविष्कार है।
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